देहरादून : 2 अक्टूबर को उत्तराखंड के सरकारी सिस्टम पर साइबर हमला कर उसे हैक करने वाले ने डाटा सुरक्षित लौटाने के बदले पैसों की मांग कर दी। सिस्टम पांच दिन ठप करने वाले साइबर अपराधी ने दो ईमेल आईडी देकर,उनके जरिए संपर्क करने की बात कहते हुए फिरौती मांगी है।
इस मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। जिसकी जानकारी आईजी लॉ एंड ऑर्डर नीलेश आनंद भरने ने दी है । उन्होंने बताया कि एसटीएफ के अलावा एनआईए ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है।
इस मामले में क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम (सीसीटीएनएस) प्रोजेक्ट की प्रभारी निरीक्षक पीएचक्यू रचना सागर श्रीवास्तव की तरफ से केस दर्ज कराया गया। दून के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में दर्ज केस में कहा गया कि बीते बुधवार दोपहर 245 से 255 बजे के बीच सीसीटीएनएस का सर्वर हैंग हो गया। इससे काम बाधित हो गया। जांच की तो पता चला कि सर्वर के साथ अन्य सिस्टम भी काम नहीं कर रहे थे। इस पर आईटीडीए से संपर्क किया गया। वहां से जानकारी मिली कि सर्वर के हर फोल्डर में एक नोटपैड फाइल में हैकिंग का संदेश दिख रहा है।
इसमें हैकर ने फिरौती की मांग की है। श्रीवास्तव ने मामले की सूचना तुरंत उच्चाधिकारियों को दी। इसके बाद चार अक्तूबर को साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में अज्ञात के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया। हालांकि अधिकारी मामले को दबाए रहे। इस संबंध में पूछने पर भी उन्होंने चुप्पी नहीं तोड़ी।
इस मामले को लेकर आज आईजी लॉ एंड ऑर्डर नीलेश आनंद भरने ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की ।उन्होंने बताया कि साइबर अटैक के मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है वहीं मामले की जांच के लिए एसआईटी टीम का गठन किया गया है। उत्तराखंड एसटीएफ की टीम NIA ,CERT, NCIIP के साथ मिलकर पूरे मामले की जांच करेगी. आईजी ने कहा कि इस मामले में धारा 308 ए बीएनएस 65,66 सी आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है । पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।उन्होंने बताया कि पुलिस को दो मेल भी मिली है जिसके जरिए डिमांड भी की गई है हालांकि किस चीज की डिमांड गई है पुलिस ने इसका खुलासा नहीं किया है।। फिलहाल मेल की आईपी एड्रेस को लेकर के पुलिस जांच कर रही है ।ये पता लगाया जा रहा है कि क्या यह कोई गिरोह है या वायरस ! पुलिस का कहना है कि जब पूरे मामले की जल्द जांच हो जाएगी तो मामला साफ हो जाएगा फिलहाल वेबसाइट चलना शुरू हो गई है कुछ वेबसाइट अभी बंद चल रही है जिनको शुरू करने का काम किया जा रहा है।